– दस दिन पहले ही लिया था पीएचडी में एडमिशन, शव कमरे में लटका हुआ मिला
– पीएचडी स्कॉलर प्रियंका जायसवाल झारखंड के दुमका की रहने वाली थीं
– एक महीने के अंदर आईआईटी कानपुर में छात्र-छात्राओं की आत्महत्या का तीसरा मामला
कानपुर, 18 जनवरी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में छात्र-छात्राओं द्वारा आत्महत्या किए जाने का सिलसिला नहीं थम रहा है। गुरूवार को संस्थान में पीएचडी स्कॉलर छात्रा ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। छात्रा ने 10 दिन पूर्व ही एडमिशन लिया था। मृतक छात्रा झारखंड राज्य की रहने वाली थी। घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर कार्रवाई शुरू कर दी।
सहायक पुलिस आयुक्त कल्याणपुर अभिषेक कुमार पाण्डेय ने बताया कि आईआईटी कानपुर की शोध छात्रा प्रियंका जायसवाल जो की दुमका, झारखंड की रहने वाली थी, के पिता के द्वारा हॉस्टल मैनेजर रितु पाण्डेय को इस बात की सूचना दी गई कि उनकी पुत्री सुबह से उनका फोन नहीं उठा रही है। इस जानकारी पर मैनेजर रितु पांडे द्वारा जाकर रूम को बाहर से धक्का देकर देखा गया तो छात्रा को फांसी के फंदे से लटकते हुए दिखा। आईआईटी प्रशासन की सूचना पर पुलिस एवं फील्ड यूनिट मौके पर पहुंची और अंदर से बंद रूम को खोलते हुए आवश्यक विधि कार्रवाई अमल में लाई गई। आईआईटी प्रशासन द्वारा यह भी बताया गया है कि उक्त छात्रा ने आईआईटी कानपुर में पीएचडी केमिकल इंजीनियरिंग में पिछले महीने 29 दिसंबर 2023 को ज्वाइन किया था। इनके पिता का नाम नरेंद्र जायसवाल है जो दुमका झारखंड के रहने वाले हैं। मामले में जांच करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है।