उत्तर प्रदेश को ऊर्जा प्रदेश बनाने में जुटी योगी सरकार

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लखनऊ, 13 मार्च। प्रदेशवासियों को सस्ती और पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत योगी सरकार ने ताप, जल, सौर तथा पवन विद्युत उत्पादन बढ़ाने हेतु कार्ययोजना बनाई है। इसके लिए यूपीपीसीएल ने खाका भी तैयार लिया है। 2024 में 6600 मेगावॉट तापीय परियोजना उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं वर्ष 2026-27 तक सौर परियोजनाओं, पवन परियोजनाओं एवं जल विद्युत परियोजनाओं से कुल 14000 मेगावॉट ऊर्जा अनुबंधित करने की कार्ययोजना क्रियान्वित की जा रही है।

*तापीय परियोजना के उत्पादन का खाका तैयार*
यूपीपीसीएल के चेयरमैन डॉ आशीष गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को ऊर्जा प्रदेश बनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश को आगामी वर्षों में लगभग 10800 मेगा वॉट अतिरिक्त तापीय क्षमता के अनुबंध की आवश्यकता का आंकलन किया गया है। इसके लिए 6600 मेगावॉट तापीय परियोजना के उत्पादन का खाका तैयार कर लिया गया है, जिसमें ओबरा डी (1600 मेगा वॉट), अनपरा ई (1600 मेगा वॉट), मेगा स्टेज-।। (1800 मेगा वॉट) तथा 1600 मेगावॉट प्रतिस्पर्धात्मक बिडिंग के माध्यम से तापीय परियोजना की स्थापना शामिल है। इसमें कोयला की उपलब्धता हेतु कोयला भी आवंटन कर दिया गया है। आगामी वर्षाें में उपलब्धता एवं मांग के बीच के अंतर को समाप्त करने के लिए कारपोरेशन ने ऊर्जा मंत्रालय से 4000 मेगावाट के तापीय परियोजना की स्थापना हेतु अतिरिक्त कोयला आंवटन का आग्रह किया है।

*आगामी वर्षों में 24000 मेगा वॉट नवीकरणीय ऊर्जा होगी उपलब्ध*
डॉक्टर आशीष गोयल ने बताया कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में वर्तमान में 10,342 मेगा वॉट क्षमता अनुबंधित है। यूपीपीसीएल द्वारा वर्ष 2026-27 तक सौर परियोजनाओं, पवन परियोजनाओं एवं जल विद्युत परियोजनाओं से कुल 14000 मेगा वॉट ऊर्जा अनुबंधित करने की कार्ययोजना क्रियान्वित की गई है, जिसमें सौर परियोजनाओं से 5000 मेगा वॉट, पवन परियोजनाओं से 4500 मेगा वॉट एवं जल विद्युत परियाजनाओं से 4500 मेगा वॉट ऊर्जा अनुबंध करना निर्धारित हुआ है। इस तरह आगामी वर्षों में लगभग 24000 मेगा वॉट नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता उपलब्ध होगी।

*अतिरिक्त ऊर्जा के लिए किए गए कई अनुबंध*
इस क्रम में सौर ऊर्जा के लिए यूपीपीसीएल द्वारा अग्रेतर सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (सेकी) से 1500 मेगा वॉट एवं एनएचपीसी से भी 1500 मेगा वॉट सौर ऊर्जा अनुबंधित की गई है तथा यूपीपीसीएल द्वारा 2000 मेगा वॉट सौर ऊर्जा क्रय बिडिंग प्रक्रिया की जा रही है। पवन ऊर्जा हेतु (सेकी) की वर्तमान बिड प्रक्रिया से 1300 मेगा वॉट ऊर्जा क्रय की सैद्धांतिक सहमति यूपीपीसीएल द्वारा निर्गत की गई है। एनएचपीसी द्वारा विकसित की जा रही 5600 मेगा वॉट की जल विद्युत परियोजनाओं से ऊर्जा क्रय हेतु स्वीकृति यूपीपीसीएल द्वारा दी गई है जिसके क्रम में ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को इन परियोजनाओं से विद्युत अंश आवंटित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त यूपीपीसीएल द्वारा 2000 मेगा वॉट जल विद्युत परियोजनाओं से क्रय करने के लिए बिडिंग प्रक्रियाधीन है। इसी क्रम में पीक ऑवर्स में सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराने के लिए पम्प स्टोरेज स्कीम से भी 2500 मेगा वॉट क्षमता अनुबंधित करने की निविदा प्रक्रियाधीन है।

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