कानपुर देहात ,05 । दूसरे चरण के मतदान के लिए जहाँ हर राजनीतिक दल अपनी ताकत झोंकता नजर आ रहा है तो वही कानपुर देहात की नव-गठित हुई नगर पंचायत मूसानगर में केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने अपनी ताकत झोंक दी है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी प्रत्याशी के विरोध में एक निर्दलीय प्रत्याशी ने ऐसे अनोखे अंदाज में प्रचार करना शुरू किया है कि मानो बीजेपी के मंत्रियों की सांस रुकती नजर आ रही है।
कानपुर देहात की मूसानगर नगर पंचायत में पहली बार चुनाव होगा और यहाँ की सरकार चुनने का मौके क्षेत्र की जनता को मिलेगा। और इस नगर पंचायत से बीजेपी की प्रत्याशी पूजा निषाद के समर्थन में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान पूरी ताकत झोंकते नजर आ रहे हैं ऐसे में अपने प्रत्याशी को जीत हासिल कराना भाजपा पार्टी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि पार्टी के विरोध में इस वक्त कानपुर देहात मूसानगर नगर पंचायत से एक निर्दलीय प्रत्याशी अंजू सिंह मैदान में उतर चुकी है और वो अपने अनोखे प्रचार से नगर पंचायत के साथ-साथ पूरे जनपद में जानी जा रही हैं ऐसा प्रचार जो शायद किसी भी प्रत्याशी ने किसी चुनाव में नहीं किया होगा हाथों में हलफनामा और साथ में भारी भीड़ जनता से मिलती यह प्रत्याशी अंजू सिंह है अपने अनोखे अंदाज से जानी जाने वाली अंजू सिंह को सही मायने में बीजेपी का कम्पटीटर माना जा रहा है जहां एक ओर दो-दो मंत्री अपनी ताकत लगाकर अपने प्रत्याशी को जिताने की पुरजोर कोशिश करते नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अपने अनोखे अंदाज से जनता के बीच पहुंचकर अपनी जीत को पुख्ता करने की कवायत करती यह निर्दलीय प्रत्याशी तस्वीरों में देखी जा सकती है।
अब जरा गौर से देखिए इस हलफनामे को यह हलफनामा उन शर्तों के लिए तैयार किया गया है जो जनता के बीच प्रत्याशी लेकर पहुंच रही है दरअसल पूरे प्रदेश में अनोखे अंदाज में प्रचार करने वाले प्रत्याशी तो आपने कई बार देखे होंगे लेकिन ऐसा प्रचार जो अपनी जीत को पुख्ता कर दें शायद आपने पहली बार देखा होगा कानपुर देहात की मूसानगर नगर पंचायत से निर्दलीय प्रत्याशी अंजू सिंह ने हाथों में हलफनामा लेकर उसमें जनता की तमाम समस्याये जिसे जीत के बाद दूर करना है वो लिख रखी है और साथ ही साथ इस बात का भी जिक्र कर दिया है कि अगर जनता उन्हें चुनती है तो वह जनता के वादों पर खरी उतरेंगी और अगर वह अपने वादों पर खरी नहीं उतर पाई तो जनता के द्वारा चुने गए पद से त्यागपत्र दे देंगी, तो वही मतदाताओं में भी खासा उत्साह नजर आ रहा है इस बार मतदाता तमाम रणनीति के साथ अपने मत का प्रयोग करने की बात कर रहे हैं तो वहीं इस अनोखे अंदाज की भी सराहना करते नजर आ रहे हैं मतदाताओं का कहना है कि चुनाव तो उन्होंने कई बार देखे हैं और तमाम प्रत्याशियों से रूबरू हुए हैं लेकिन ऐसा प्रत्याशी नहीं देखा जो हाथों में हलफनामा लेकर अपने पद से त्यागपत्र देने की बात कर रहा हो अमूमन जो मतदाता प्रत्याशियों से रूबरू होते हैं उनसे प्रत्याशी तमाम वादे करते हैं तमाम कसीदे पढ़ते हैं लेकिन अपने वादों पर खरा उतरना हर प्रत्याशी के बस की बात नहीं अमूमन जीतने के बाद प्रत्याशी को ढूंढती हुई जनता दिखाई देती है ऐसे में जनता का विश्वास कानपुर देहात की निर्दलीय प्रत्याशी पर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है अब देखने वाली बात यह होगी कि जहां एक ओर बीजेपी के दो मंत्री अपनी साख को दांव पर लगाकर बीजेपी प्रत्याशी को जिताने की कवायद कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर इस प्रत्याशी की अनोखी प्रचार प्रणाली पर जनता किसे अपने मत का अधिकार देती है।
रिपोर्ट – अवनीश कुमार