अमरोहा, 10 जनवरी । उत्तर प्रदेश में जनपद अमरोहा के सैदनगली थाना क्षेत्र में पड़ रही कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए तसले में आग जलाकर एक परिवार कमरे में सो गया। अगले दिन परिवार के पांच लोगों की दम घुटने के कारण मौत हो गई और दो लोगों की हालत नाजुक है।
गांव अल्लीपुर भूड़ उर्फ ढक्का मोड़ निवासी रहीसुद्दीन ट्रक चलाकर परिवार का भरण पोषण करता है। उसके परिवार में पत्नी हुस्नजहां, उसकी की बेटी सोनम, बड़ा बेटा जैद, छोटा बेटा माहिर हैं। धनौरा निवासी साढ़ू आस मोहम्मद ने बताया कि कुछ दिन पहले पत्नी अपनी बेटी कशिश के साथ रहीसुद्दीन के यहां गयी थी। ट्रक चालक रहीसुद्दीन का साला सिहाली जागीर निवासी रियासत, उसकी बेटी महक भी आये हुए थे। जबकि ट्रक चालक रईसुद्दीन चार दिन पूर्व ट्रक चलाने काशीपुर गया था। इस बीच मंगलवार की रात कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए परिवार के लोगों ने कमरे में अंगीठी जलाकर सो गये। बुधवार को चालक ने हालचाल लेने के लिए पत्नी को फोन मिलाया। कई बार फोन करने पर जब कॉल नहीं उठी तो उसने अपने छोटे भाई गबरू को फोन करके घर का हालचाल लेने के लिए भेजा।
देवर जब घर पहुंचा तो दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई आवाज नहीं आयी है। इतने में आसपास के लोगों भीड़ जमा हो गई। गबरू ने मोहल्ले के लोगों के साथ छत के रास्ते से कमरे में दाखिल हुआ। उसने देखा कि सभी बेहोशी हालत में पड़े हुए थे और कमरे में धुआ भरा हुआ था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। आनन-फानन में सभी को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने रहीसुद्दीन की पत्नी हुस्नजहां और साला रियासत की हालत गंभीर बताया है। परिवार के पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया है। घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी और पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ जिस कमरे में तसले में कोयला जलाया गया था, उस स्थान का बारीकी से निरीक्षण किया।
एसपी के मुताबिक यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि सोते-सोते परिवार के लोगों का दम घुटा है। अगर वह जागते हुए होते तो जरूर घर से बाहर भागने की कोशिश करते हैं। फिलहाल ये घटना सोमवार की रात की है। पूरा परिवार मंगलवार को दिनभर कमरे में पड़ा रहा। इसकी भनक पड़ोसियों को भी नहीं लगी।