मुख्य संवाददाता
लखनऊ, 12 जनवरी। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी राजनितिक पार्टियों ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। देश की सबसे बड़ी राजनितिक पार्टी भाजपा ने भी इसकी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि जानकारों का कहना है की भाजपा किसी भी चुनाव की तैयारी चुनाव जीतने के बाद से ही शुरू कर देती है। वहीं अगर उत्तर प्रदेश की बात की जाये तो 80 लोकसभा शीटों वाले प्रदेश ने भी अपनी तैयारियों का खाका तैयार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों के लिए भाजपा 20 क्लस्टर बनाने वाली है। प्रत्येक क्लस्टर की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं को देकर जवाबदेही भी तय करने की तैयारी की जा रही है। प्रत्येक कलेक्टर में 3 से 5 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी होगी। प्रत्येक क्लस्टर को आधार बनाकर बूथ स्तर तक का नेटवर्क मजबूत करना होगा। मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के साथ पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी। मंत्री अनिल राजभर बस्ती और संतकबीरनगर लोकसभा सीट देखेगें वहीं मंत्री सूर्य प्रताप शाही आजमगढ़, मऊ और बलिया सीट देखेंगे, मंत्री दयाशंकर सिंह को अयोध्या, गोंडा और बलरामपुर लोकसभा क्षेत्र मिला है। मंत्री असीम अरुण को हाथरस, मथुरा और अलीगढ सीट की जिम्मेदारी दी गई है। मंत्री गिरीश यादव वाराणसी, गाज़ीपुर और चंदौली क्लस्टर प्रभारी बने हैं। 12 फरवरी तक मंत्री, सांसद और विधायक गांव में प्रवास करेंगे। सभी प्रभारियों की 16 जनवरी को दिल्ली में बैठक होगी। विधानसभा क्षेत्र में प्रबुद्ध सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में जनता से मिले फीडबैक के आधार पर घोषणा पत्र को तैयार किया जायेगा। प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार करने पर कांग्रेस के खिलाफ घर-घर बीजेपी के कार्यकर्ता जाएंगे। वहीं फरवरी में बीजेपी के सभी मोर्चो के राष्ट्रीय सम्मेलन भो होंगे। दो राष्ट्रीय सम्मेलनों की मेजबानी यूपी बीजेपी
करेगी।