कानपुर, 05 मई । कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव के लिए अपना मेनिफेस्टो जारी करते समय जिस प्रकार बजरंग दल की तुलना कुख्यात राष्ट्र विरोधी, आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन के साथ की है । जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी का बजरंग दल ने विरोध करते हुए हनुमान चालीसा का कई जगह पाठ किया है।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का मानना है जहां जहां भी आतंकी संगठन पीएफआई के लोग सर तन से जुदा गैंग के रूप में खड़े हुए और कांग्रेस की सरकारों ने उनका समर्थन किया वहां, बजरंग दल के कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके का प्रयोग करके उसके आतंक को समाप्त करने में लगे हैं।
कांग्रेस और मुस्लिम आतंकी संगठन पी एफ आई का जिस प्रकार गठबंधन रहा है इसके कारण से बजरंग दल कांग्रेस की आंखों की किरकिरी बना है। जिस प्रकार से कांग्रेसियों ने कोशिश की है बजरंग दल को एक गलत तरीके से बदनाम करने की, देश की जनता इसको स्वीकार नहीं करेगी। बजरंग दल का एक-एक कार्यकर्ता इसको चुनौती के रूप में ले रहा है।
ये बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात करते है। कांग्रेस पार्टी ही ने संसद में आतंकी संगठन सिमी पर प्रतिबंध का विरोध किया था। इन लोगों ने सिमी जैसे देशद्रोही संगठन के प्रतिबन्ध का विरोध करते समय सड़कों पर प्रदर्शन किए थे।
कानपुर महानगर की चारों बजरंग दल जिला इकाइयों ने आतंकियों की पोषक राष्ट्रविरोधी कांग्रेस पार्टी का पुतला दहन कर हनुमान चालीसा पाठ किया, साथ ही महामहिम राष्ट्रपति जी को संबोधित ज्ञापन सक्षम अधिकारियों को सौंपा।
बजरंग दल कानपुर प्रान्त सह संयोजक आशीष गुप्ता , प्रान्त सुरक्षा प्रमुख आशीष त्रिपाठी के नेतृत्व में कानपुर पश्चिम में विजय नगर चौराहे जिला संयोजक नरेश तोमर , पूर्व में रामादेवी चौराहे पर जिला संयोजक आकाश यादव , दक्षिण में चावला चौराहा पर जिला संयोजक दिलीप बजरंगी , उत्तर में तिलक हाल कोतवाली चौराहे पर जिला संयोजक कृष्णा तिवारी के नेतृत्व में भारी संख्या में बजरंगियों ने राष्ट्रविरोधी हिंदूविरोधी कांग्रेस पार्टी का पुतला दहन कर हनुमान चालीसा पाठ किया।
विहिप जिलाध्यक्ष पंकज शुक्ला , हेमन्त सेंगर , जिलामंत्री अभिषेक दीक्षित , युवराज द्विवेदी , अजय सिंह , रौनक पाण्डेय , बजरंग दल जिला सह संयोजक प्रांजुल , नरेन्द्र सिंह शुभम पटेल , शुभम तिवारी , प्रशान्त , लोकेंद्र , आलोक , शिवम ,चेतन ,मोंटी समेत भारी संख्या में बजरंगी उपस्थित रहे।
मातृशक्ति प्रान्त सत्संग प्रमुख अर्चना दीदी,शीलू दीदी, सुमन दीदी, अंजू दीदी, रानी गौड़ जी, रानी सक्सेना जी, मीना यादव जी समेत मातृशक्ति की बहनें भी उपस्थित रहीं।