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लखनऊ, 11 जनवरी। श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्रतिदिन 24 घण्टे कार्य किया जा रहा है। एक तरफ जहां देश के कोने-कोने से आये मजदूर श्रद्धा भाव से अपने आराध्य को लाने के लिये कार्य कर रहे हैं वहीं सरकारी महकमा भी इससे अछूता नहीं है दिन रात एक करके अयोध्या में अभेद किला तैयार कर रहा है। इस अभेद चक्रव्यू से निकला पाना आसान नहीं होने वाला है। जिसको लेकर मुख्य सचिव इसकी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
देश में इस वक़्त सिर्फ जय श्री राम के नारे ही सुनाई दे रहे हैं सुनाई भी क्यों न दें सबके आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की भव्य घर वापसी हो रही है। कई दशकों से इसकी लड़ाई लड़ने वाले कारसेवकों की परीक्षा का परिणाम आने वाला है। इस महा कार्य को उत्तर प्रदेश सरकार भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कर रही है। देश विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु 22 जनवरी को अपने प्रभु के दर्शन करने के लिए आहूत हैं। लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह सम्भव हो पाना आसान नहीं है। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश शासन ने 20 और 22 जनवरी तक केवल आमंत्रित सदस्य के आने के लिए ही तैयार हैं। शासन का आग्रह है की व्यवस्था में कोई भी समस्या पैदा होने दें। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान पूरी अयोध्या की अभेद सुरक्षा के इंतजाम किये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि 20 से 22 जनवरी के मध्य अयोध्या में उन्हीं लोगों के आने की व्यवस्था हो, जिनको ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित किया गया है।सड़क और रेल मार्ग पर आवश्यक इंतजाम किया जाए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए शहर के 10,715 स्थानों पर कैमरों की मदद से हर व्यक्ति की शिनाख्त करने की व्यवस्था को भी लागू करने को कहा है। उन्होंने अयोध्या में मादक पदार्थों का सेवन न हो, इस पर भी विशेष नजर रखने को कहा है। शहर में मौजूद प्रत्येक बाहरी व्यक्ति का वैरीफिकेशन कराने के निर्देश भी उनके द्वारा दिये गए हैं।