अयोध्या, 18 जनवरी । भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी अंतिम चरण में है। इस दिन करोड़ों रामभक्तों का भी इंतजार खत्म हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल,तमाम दिग्गज नेता, अभिनेता, उद्योगपति, खिलाड़ी और साधु संत पहुंचने वाले हैं। इसे लेकर यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) के जवान चप्पे-चप्पे पर फैले हुए हैं। सभी जवानों की मॉनिटरिंग भी उच्यकोटि से की जा रही है। किसी भी तरह की कोई लापरवाही न हो इसको लेकर अमले के आलाधिकारियों की पैनी नजर कार्यक्रम के हर कोने पर है।
360 डिग्री सुरक्षा कवरेज
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही रामनगरी अयोध्या को फुलप्रूफ सुरक्षा घेरे से मजबूत किया जा रहा है। पुलिस रामनगरी में 360-डिग्री सुरक्षा कवरेज देने की तैयारी कर रही है। रामनगरी की सुरक्षा के लिए AI पर आधारित ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। एटीएस के जवान बाइक आदि पर सवार होकर रामनगरी की पहरेदारी कर रहे हैं।
जानें यूपी एटीएस के बारे में
साल 2007 में यूपी एटीएस स्थापना हुई थी।यूपी एटीएस की स्थापना का मकसद राज्य में आतंकी गतिविधियों से निपटने का था। एटीएस यूपी पुलिस की स्पेशल यूनिट की तरह काम करती है और इसका मुख्यालय राजधानी लखनऊ में है। आतंकी गतिविधियों की आशंका, वीवीआईपी मूवमेंट या कई बार अपराधी-माफिया पर कार्रवाई के लिए यूपी एटीएस की सहायता ली जाती है।
जानें कैसे मिलती है ट्रेनिंग
यूपी पुलिस के जवानों का टेस्ट लेकर उन्हें यूपी एटीएस की ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। ट्रेनिंग में जवानों को मार्शल आर्ट्स,आधुनिक हथियार चलाना, उबड़ खाबड़ जमीन पर कूदना, टारगेट शूटिंग आदि की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग में ये चीजें भी सिखाईं जाती हैं कि अगर जवान के पास हथियार न हो और उसपर हमला हो तो कैसे निपटा जाए।