अवनीश अवस्थी
देवरिया,। जनपद के जिलाधिकारी पिता की मौत के बाद अंतिम संस्कार कर दो दिनों के बाद चौथे दिन जनपद में अपने काम को सम्हालने आ गए। जनता की समस्याओं को सुनकर उनको निजाद दिलाने में लग गए। जिलाधिकारी के रूप को देखकर जनपदवासी उनको धन्यवाद करते भी नजर आ रहे हैं।
देवरिया जनपद के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के पिता का देहांत 16 और 17 अप्रैल की देर रात हो गया था। जिसकी सूचना पर वह अपने निजी निवास लखनऊ के लिए निकल गए थे। वहीं 17 अप्रैल की सुबह पिता का अंतिम संस्कार कर 18 अप्रैल को पिता की अस्थियां का विसर्जन कर चौथे दिन ही जनपद आ गए और अपना कार्य करने लगे। जिसको-जिसको यह पता चला वह जिलाधिकारी की कार्य के लिए ईमानदारी की मिसाल देने लगे। जनपद के पीड़ित बताते हैं कि जिलाधिकारी उनकी समस्या को सुनते हैं और उसका त्वरित निस्तारण भी करवाते हैं। वहीं जिलाधिकारी ने जब बात की गई कि पिता की मौत के दो दिन के अंदर ही वह कार्य पर कैसे लौट आये तो उन्होंने कहा कि उनको पिता की मौत का दुःख जरूर है और उन्होंने बेटे होने का फर्ज अदा करते हुए उनका अच्छे से अंतिम संस्कार भी किया है। लेकिन उनके लिए उनका कार्य , जनता की सेवा भी बहुत महत्व रखते हैं। जिसके चलते वह जनता की सेवा के लिए आ गए हैं।