मुख्य संवाददाता
लखनऊ,16 जनवरी। रामनगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कई तरह की तैयारी हुई हैं,जिसमें से एक है ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखना,क्योंकि प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जैसे तमाम वीआईपी रामनगरी अयोध्या आएंगे।दूसरे देशों के लोग भी राम नगरी पहुंचेंगे।
ऐसे में रामनगरी अयोध्या के रास्ते पर ट्रैफिक को लेकर कोई समस्या ना हो इसके लिए प्लान तैयार कर लिया गया है। 22 जनवरी को लखनऊ से अयोध्या तक जाने वाले मुख्य रास्तों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा।
जानें किन प्रमुख रास्तों का होगा प्रयोग
बता दें कि लखनऊ से अयोध्या जाने वाले प्रमुख तीन रास्तों का प्रयोग होगा,जिसमें शहीद पथ, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और किसान पथ है।इसमें कानपुर रोड से शुरू होकर अयोध्या रोड तक जाने वाले शहीद पथ और फिर कमता से बाराबंकी होते हुए अयोध्या जाने वाले हाईवे को विशेष रूप से ग्रीन कॉरिडोर के लिए तैयार किया जा रहा है।साथ ही शहीद पथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।इससे ट्रैफिक कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी।लखनऊ पुलिस ट्रैफिक दुरुस्त रखने के लिए सबसे ज्यादा ध्यान शहीद पथ से होते हुए चिनहट इंदिरा नहर बाराबंकी के रास्ते पर लगाया है।इसके लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम यानी ITMS कंट्रोल रूम से अयोध्या जाने वाले हर रास्ते पर नजर रखी जा रही है।
हर रास्ते पर पुलिस की निगरानी
सीसीटीवी कैमरों के जरिए ट्रैफिक पुलिस 24 घंटे नजर रख रही है और 18 जनवरी के बाद से अयोध्या की तरफ जाने वाले हर रास्ते और अयोध्या के हर रास्ते पर पुलिस की निगरानी होगी। ITMS कंट्रोल रूम के जरिए ट्रैफिक पुलिस लखनऊ से अयोध्या तक ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाएगी।
लखनऊ के जॉइंट सीपी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि 18 जनवरी से अयोध्या की तरफ भारी वाहनों के जाने पर रोक लगाई जाएगी।ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था 22 जनवरी से पहले ही अयोध्या पुलिस के साथ समन्वय कर लागू होगी। 22 जनवरी को किसी भी तरह का ट्रैफिक अयोध्या की तरफ बिना अनुमति या पास के नहीं जाने दिया जाएगा।भारी वाहन लखनऊ में भी प्रवेश नहीं करने दिए जाएंगे।लखनऊ के आउटर इलाके में ही ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा,ताकि शहर से होते हुए अयोध्या जाने वाले रास्ते पर कोई दिक्कत ना पैदा हो।