कानपुर देहात। यूपी के जनपद कानपुर देहात में वो कहावत “जाको राखे सईया मार सके न कोई” के हर शब्द को डॉक्टर संजय त्रिपाठी और उनकी टीम ने सच कर दिखाया है क्योंकि धरती के भगवान ये टैग लाईन नाम से नही बल्कि अच्छे काम से लोगो और कि निःस्वार्थ सेवा से मिलती है ग्रामीण क्षेत्र की एक महिला जिसे हर बड़े अस्पताल से जवाब मिल चुका था उसके पास मायूसी के सिवा कुछ न बचा था फिर अंधेरे में एक किरण गौरी हॉस्पिटल के रूप में दिखाई दी डॉक्टर संजय त्रिपाठी और उनकी टीम ने ऑपरेशन कर महिला के पेट से 4 किलो 900 ग्राम का ट्यूमर बाहर निकाला जिससे न केवल महिला की जान बची बल्कि उसके परिवार में खुशियां दोगुनी हो गई।
दरअसल कानपुर देहात के हांसेमऊ गांव ले रहने वाले परशुराम एक ट्रक चालक है और उनकी पत्नी के पेट मे दर्द लगभग 6 महीने पहले शुरू हुआ था परशुराम ने अपनी पत्नी अर्चना को कानपुर देहात सहित नगर के बड़े अस्पतालों में दिखाया लेकिन परशुराम को मयूषी के सिवा कुछ हाथ न लगा सभी अस्पतालों से जवाब मिल जाने पर हताश होकर परशुराम अपनी पत्नी अर्चना को अपने घर हांसेमऊ ले गए और उनकी सेवा खुशामद करने लगे अचानक परशुराम के एक रिश्तेदार ने गौरै हॉस्पिटल में मरीज को दिखाने के सलाह दी जिसके बाद परशुराम अपनी पत्नी अर्चना को लेकर गौरी हॉस्पिटल के डॉक्टर संजय त्रिपाठी से मिले डॉक्टर संजय त्रिपाठी और उनकी टीम ने मरीज को इन्वेस्टिगेट किया और फिर ऑपरेशन की तैयारी शुरू की जब ऑपरेशन के दौरान 4 किलो 900 ग्राम का जिंदा ट्यूमर निकाला गया तो उसे देख डॉक्टर भी हैरान थे हालांकि मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य है और परिवार की खुशी का ठिकाना नही है। वही परशुराम डॉक्टर संजय त्रिपाठी और उनकी टीम को भगवान का दूसरा रूप बता रहे है।